यूनिवर्सल मोटर क्या है और कैसे कार्य करती है? | Universal motor IN HINDI

यूनिवर्सल मोटर क्या है

इसकी संरचना डीसी सीरीज मोटर के समान होती है और इसे एसी व डीसी किसी भी प्रकार की सप्लाई से चलाया जा सकता है यूनिवर्स मोटर को एसी सीरीज मोटर भी कहते है। डीसी सीरीज मोटर को ऐसी से प्रचलित करने के लिए उसमें निम्नलिखित सुधार किए जाते हैं।

1.फील्ड तथा आर्मेचर क्रोड, सिलिकॉन-स्टील की लेमिनेटेड पत्तियों से बनाई जाती है।

2. आमेंचर वाइण्डिंग में लपेटो की संख्या बढ़ाई जाती है जिससे मोटर का टॉर्क तथा पाँवर फैक्टर सुधर सके।

3. आमेचर वाइण्डिग के श्रेणी-क्रम में कम्पेन्सेटिंग वाइण्डिंग ‘फील्ड’ में स्थापित की जाती है। इसके प्रयोग से ‘आर्मेचर रिएक्शन प्रभाव का निराकृत  किया जाता है।

4 कम्यूटेटर पर उच्च प्रतिरोध वाले कार्बन ब्रश प्रयोग किए जाते हैं; इससे कम्यटेटर पर होने वाली स्पार्किंग को कम किया जाता है।

5. स्टेटर में ‘इन्टरपोल’ प्रयोग किए जाते है जिन पर इन्टरपोल वाइप्डिग स्थापित कर उन्हें आर्मेचर के श्रेणी-क्रम में संयोजित किया जाता है।इससे मोटर का कम्यूटेशन सुधारा जाता है।

6 आर्मेचर तथा फील्ड के बीच ‘एयर गैप’ को यथासम्भव कम किया जाता है।

यूनिवर्सल मोटर कैसे कार्य करती है?

यूनिवर्सल मोटर उसी सिद्धान्त पर कार्य करती है जिस पर कि डी.सी. सीरीज मोटर अर्थात् स्टेटर तथा आम्मेचर द्वारा स्थापित चुम्बकीय फ्लक्सेज की प्रतिक्रिया के फलस्वरूप आर्मेचर में टॉर्क पैदा हो जाता है। इस मोटर को चाहे डी.सी. से प्रचालित किया जाए अथवा ए.सी. से, प्रत्येक दशा में एक ही दिशा में कार्य करने वाला टॉर्क पैदा होता है।

विशेषताएँ Characteristics

यूनिवर्सल मोटर की घूर्णन-गति, लोड के व्युक्रमानुपाती होती है अर्थात् पूर्ण लोड पर कम तथा शून्य लोड पर अधिकतम होती है। इस प्रकार की मोटर को शून्य लोड पर प्रचालित नहीं करना चाहिए क्योकि शून्य लोड पर इसकी घूर्णन- गति भयानक रूप से बढ़ सकती है। यूनिवर्संल मोटर निम्न फ्रीक्वेन्सी स्रोत पर अच्छा कार्य कर सकती है, परन्तु भारत में ख्त्रोत फ्रीक्वेन्सी का मान 50 Hz होने के कारण सामान्यत: 50 Hz फ्रीक्वेन्सी पर कार्य करने वाली मोटर्स ही बनाई जाती है।

उपयोग Application

इसका उपयोग मिक्सर ग्राइंडर ,वेक्यूम क्लीनर ,सचल डील मशीन, सिप्लाई मशीन आदि में किया जाता है भारी कार्य के अंतर्गत इसका प्रयोग विद्युत चालित रेल इंजन में किया जाता है रेल इंजन के लिए 200 से 600 v25 Hz 2220 HP यूनिवर्सल मोटर का प्रयोग किया जाता है

यूनिवर्सल मोटर की ब्रेकिंग प्रणाली Braking System of Universal Motor

यूनिवर्सल मोटर का प्रयोग विभिन्न प्रकार के हस्त औजारों में किया जाता है। इनपुट पावर को हटाने के एकदम बाद में मोटर की लीडो को आपस में शॉर्ट करने से मोटर बहुत तीव्रता से बन्द हो जाती है। हस्त औजारों के निर्माणकर्ता अपने औजारो के साथ ब्रेकिंग के लिए इस तकनीक काहे प्रयोग करते हैं। वे पावर स्विच के साथ एक अन्य कॉर्टैक्ट सैट को भी जोड़ते हैं जोकि पावर स्विच के ऑफ होने की स्थिति में मोटर की लीडो को आपस मे संयोजित कर देता है जिसके फलस्वरूप मोटर तेजी से रुक जाती है।

इस विधि का प्रयोग प्रेरण मोटर के लिए किया जाना सम्भव नहीं है। इसलिए इस प्रकार की मोटरों को रोकने के लिए विद्युत बेक का प्रयोग करते हैं, जिसके लिए ब्रेकिंग परिपथ की आवश्यकता होती है। मूलत: इन मोटरों को ऑफ करने के लिए स्थिर (stationary) चुम्बकीय क्षेत्र को उत्पन्न किया जाता है। इन मोटरों में उच्च अनुरक्षित कम्यूटेटर ब्रश होने के कारण यूनिवर्सल मोटरो का प्रयोग फूड मिक्सर, पावर टूल आदि में किया जाता है क्योंकि इनमें उच्च स्टार्टिंग टॉ्क की आवश्यकता होती है।

यूनिवर्सल मोटर के दोष एवं उनका निवारण

Faults of Universal Motor and their Remedies

यूनिवर्सल मोटर में ओपन वाइण्डिंग, शॉर्ट बाइण्डिंग, कार्बन ब्रशो का घिसना एवं बियरिंग का सूखना/चिसना आदि दोष उत्पन्न हो सकते है इसकी ओपन एवं शॉर्ट वाइण्डिग्स का परीक्षण करने के लिए ओह्ममीटर का प्रयोग किया जाता है। ओह्ममीटर ओपन स्थिति में अति उच्च प्रतिरोध एवं शॉर्ट स्थिति मे अति निम्न प्रतिरोध प्रदर्शित करता है। इनकी जॉच करके वाइण्डिग सम्बन्धी दोषो को दूर किया जा सकता है इसके अतिरिक्त कार्बन ब्रशो एवं बियरिंग के घिस जाने पर उन्हे बदलकर नये ब्रश एवं बियरिंग लगाने से इससे सम्बन्धित दोषों को दूर करके यूनिवर्सल मोटर की पुनः प्रचालन (operation) योग्य बनाया जा सकता है।

यह भी पढ़ें 

Leave a Comment